Aur Yun
बातें हवा में घुल कर कानों में पड़ी
हंसी जैसे होठों से छूटते ही धुन बानी …
बातें हवा में घुल कर कानों में पड़ी
हंसी जैसे होठों से छूटते ही धुन बानी …
… कहो तो मांगा ले आज दो रम और कोक?
Read more "Rum and Coke"बहुत जागना है कल
कल भी बहुत जगा हूँ
आज सो जाता हूँ ..
कोनों में चप्पलें पड़ीं थीं
रस्ते में बस्ता रखा
और टीवी के सामने हम
बचपन भी गज़ब अनूठा था …
बारिश के सिरहाने बैठे ….
Read more "बूँदें"शामों को घूमना भी याद है….
कभी दोस्तों के साथ हँसते हसाते ..
कभी मौका मिले तो एक बार,
आधी रात के बाद सैर पर ज़रूर निकलना
भटकना यहां वहाँ, या ढूंढना,
अपने ख्यालों में उन खोये हुए ख्यालों को ..
मैं आज में चलता हूँ,
और कल में खो जाता हूँ ,
आज में सोकर मैं कल में जग जाता हूँ…
इन बादलों की पनघट ने
छींट चंद बरसाए तो थे
आखों पे थिरक कर वो
आंसू बन आये तो थे …
पन्नों को पलटते,
जो कहानी भूल आए,
ये कहाँ आ गए हम?