दौड़

ज़िन्दगी की दौड़ में
भागते रहो तो क्यों?
ये भला कि वो बुरा
सोचते रहो तो क्यों?

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चेहरे

इन महानगरों की भीड़ में रोज़ हज़ारों चेहरे दीखते हैं कुछ खुश, तो कुछ चिंता में सब अपनी कहानी लिखते हैं इन चेहरों का, इस भीड़ का अब मैं भी एक हिस्सा हूँ इन पुरानी कहानियों में मैं  एक नया किस्सा हूँ पर इस भीड़ में कुछ चेहरे ढूँढता रह जाता हूँ मगर उनका एहसास […]

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ओ मेरे नेता

ओ मेरे नेता, क्यों तू पैसों को है पूजता? रिश्वतों के काले बाज़ार में क्यों न तेरा हाथ दूझता? इस देश की सेवा में, एक बापू ने जाँ निसार की मगर, अब अगर वो हँस रहे तो सिर्फ सौ-हज़ार के नोटों पर | जब विश्व के शीर्ष पर हो रही भारत की बुलंद पुकार है […]

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क्या भूलें क्या याद करें

जब छूट जायेंगे पीछे ये पल सुकून के. तब मन में यही सवाल आएगा- क्या भूलें ,क्या याद करें ? भूल जाएँ अपने घर को छोड़ना एक नयी मंजिल के लिए, या याद करें नए दोस्तों बनाने का वो फ़साना सुहाना… भूल जाएँ exams में कम marks लाके मायूस होना, या याद करें उस ग़म […]

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पुरानी किताब

आज एक पुरानी किताब के पन्ने पलटे, तो उनमे से किसी की खुशबू मिली, मिले चंद सूखे  गुलाब के फूल, जमी थी उन पर गुज़री यादों की धूल… आखरी पन्ने को, जब पलटा बिना ऐतियात के, तो गिरी कुछ पुरानी तसवीरें, बिखर गया यूँ मेरी मेज़ पर वो गुजरा ज़माना…. लिखे थे उन पन्नो में […]

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Lamhe…

लम्हे…. इस ज़िन्दगी से उभरते हुए … इस ज़िन्दगी को उभारते हुए..लम्हे… कुछ ऐसे जिन्हें मैं फिर से जीना चाहता हूँ… कुछ ऐसे जिनके साथ हमेशा जीना चाहता हूँ … लम्हे… कुछ पहली मुलाकातों के… कुछ खट्टी मीठी बातों के… लम्हे… जिन में दोस्तों की दोस्ती को स्वीकार किया .., जिन में सिर्फ चंद तस्वीरों […]

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Yaad

कुछ साल बीत जाने के बाद, कुछ साल याद आते हैं, कुछ लोग मिल जाने के बाद, कुछ दोस्त याद आते हैं…मेज़ पर काम करते करते, घर पर cricket का वो शोर याद आता है, हाथ में कलम पकड़े हुए, वो ball  फिर थामने को जी चाहता है…कमरे के सन्नाटे में. दोस्तों की हंसी गूंजती […]

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